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डॉक्टर संजय जैन ने मृतिका के पति के विरुद्ध दर्ज कराया एफ आई आर


03 दिन पहले डिलेवरी के बाद महिला की हुई थी मौत
तीन दिन पहले 10 जनवरी को लखनादौन के अस्पताल में विनीता राजपूत पति रानू राजपूत को प्रसव पीड़ा होने के चलते भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टर वी थी जैन ने ऑपरेशन किया था। बताया जाता है कि स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के बाद शाम के समय महिला की मौत हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया था । महिला के परिजनों का आरोप था की  डॉक्टर वी थी जैन के पति डॉक्टर संजय जैन को सिविल हॉस्पिटल बुलाकर ऑपरेशन कराया गया । इस मामले में अधिकारियों की समझाईश के बाद परिजन मान गए थे और उन्होंने पोस्टमार्टम कराने  के बाद महिला का अंतिम संस्कार कर दिया था। घटना के दो दिन बाद डॉक्टर बी थी जैन के पति डॉक्टर संजय जैन जो की सेवा सदन अस्पताल लखनादौन के संचालक है उन्होंने मृतिका  के पति सहित दो-तीन लोगों के विरुद्ध  रिपोर्ट दर्ज कराया। डॉक्टर संजय जैन ने  पुलिस को बताया कि विनीता राजपूत को डिलीवरी के लिए शासकीय अस्पताल लखनादौन में भर्ती कराया गया था जहां उनकी पत्नी डॉक्टर वी थी जैन शासकीय डॉक्टर है जिन्होंने उन्हें फोन करके बताया था कि मरीज विनीता राजपूत को श्वास नली में डालने वाले ट्यूब की आवश्यकता है यदि आपके पास उपलब्ध हो तो उक्त ट्यूब भिजवा दीजिए या स्वयं आ जाइए । तब डॉक्टर संजय जैन ट्यूब लेकर अस्पताल पहुंचा और ऑपरेशन थिएटर में चले गया। डॉक्टर संजय जैन ने पुलिस को बताया कि उसने डॉक्टर बी एस सोलंकी के साथ मिलकर मरीज के स्वांस  नाली में ट्यूब डाला । बाद में महिला की मौत हो गई थी । जब वह ऑपरेशन कक्ष के सामने वाले कमरे में पहुंचा तो मृतिका का पति रानू राजपूत अपने दो-तीन अन्य लोगों के साथ एक राय होकर आया और उसे गंदी-गंदी गाली देने लगा तब डॉक्टर ने गाली देने से मना किया तो उन्होंने डॉक्टर की पिटाई कर दिया जिसके बाद पुलिस ने मृतिका के पति सहित अन्य लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया।
डॉक्टर सहलाम ने भी दर्ज कराई एफ आई आर
 डिलेवरी के बाद विनीता राजपूत नामक महिला की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने हंगामा करते हुए दोषी डॉक्टरों के विरुद्ध कारवाही करने की मांग किया था। मृतिका के परिजनों की मांग का क्या हुआ यह तो पता नही लेकिन मृतिका के परिजनों के विरुद्ध एफ आई आर अवश्य हो गई। डॉक्टर संजय जैन के अलावा लखनादौन के अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर अशोक सहलाम पिता जी पी सहलाम ने लखनादौन थाना में आवेदन देते हुए एफआई आर दर्ज कराते हुए बताया कि  10 जनवरी को विनीता राजपूत की सीजर ऑपरेशन से प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई थी जिसके बाद उसके परिजनों के द्वारा अस्पताल में आक्रोश में आकर शासकीय संपत्ति की तोडफ़ोड़ कर दी गई जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध धारा 294 ,427 ताहि लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 2/3 के तहत अज्ञात के विरुद्ध मामला पंजीबद किया। याने कि मृतिका के परिजनों की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही तो नही हुई लेकिन दो डॉक्टरों ने आवेदन दिया और एफआईदर्ज कराकर यह प्रमाणित कर दिया कि उनकी वजनदारी अभी कम नही हुई है।